शादीशुदा महिलाओं के लिए
पतिदेव का मुरब्बा कैसे बनाएं...
सामग्री; एक अदद पति, कर्कश वाणी, व्यंगात्मक शब्द रचना, स्वाद के लिए धमकी की पत्तियां...
बनाने की विधि...
सुबह-सुबह पतिदेव के ऊपर ठण्डा पानी डालकर उन्हें जगाएं...
जब पतिदेव अच्छी तरह धुल जाए...
तब उन्हें कॉली, ठण्डी, कम शक्कर की बे-जायका चाय निगलने के लिए मजबूर करें...
साथ ही साथ पतिदेव को धीमे-धीमे कर्कश वचनों की आंच में पकने दें...
जब वह थोड़े लाल-पीले होने लगें...
तो उन पर ससुराल की झूठी-सच्ची मनगढंत शब्दों की व्यंगात्मक संरचना का गरम मसाला डालिए...
जब पतिदेव उबलने लगें तथा प्रेशर-कुकर की सीटी के समान खड़खड़ाने लगें...
तो चुपचाप पलंग पर लेट कर सिसकियां भरने लगिए...
अब पतिदेव को ठण्डा होने के लिए छोड़ दीजिए...
आधे घंटे बाद जब दफ्तर जाने के लिए उन्हें देर होगी...
तो वह खुद ही मनाने चले आएंगे...
लीजिए, तैयार हो गया पतिदेव का लजीज मुरब्बा...
अब इन्हें या तो आप फरमाइशों की चपाती के साथ चखिए या फिर आश्वासनों के ब्रेड पर लगा कर खाइए...!
वैधानिक चेतावनी: यह व्यंजन दांपत्य जीवन के लिए हानिकारक है...!!!
पतिदेव का मुरब्बा कैसे बनाएं...
सामग्री; एक अदद पति, कर्कश वाणी, व्यंगात्मक शब्द रचना, स्वाद के लिए धमकी की पत्तियां...
बनाने की विधि...
सुबह-सुबह पतिदेव के ऊपर ठण्डा पानी डालकर उन्हें जगाएं...
जब पतिदेव अच्छी तरह धुल जाए...
तब उन्हें कॉली, ठण्डी, कम शक्कर की बे-जायका चाय निगलने के लिए मजबूर करें...
साथ ही साथ पतिदेव को धीमे-धीमे कर्कश वचनों की आंच में पकने दें...
जब वह थोड़े लाल-पीले होने लगें...
तो उन पर ससुराल की झूठी-सच्ची मनगढंत शब्दों की व्यंगात्मक संरचना का गरम मसाला डालिए...
जब पतिदेव उबलने लगें तथा प्रेशर-कुकर की सीटी के समान खड़खड़ाने लगें...
तो चुपचाप पलंग पर लेट कर सिसकियां भरने लगिए...
अब पतिदेव को ठण्डा होने के लिए छोड़ दीजिए...
आधे घंटे बाद जब दफ्तर जाने के लिए उन्हें देर होगी...
तो वह खुद ही मनाने चले आएंगे...
लीजिए, तैयार हो गया पतिदेव का लजीज मुरब्बा...
अब इन्हें या तो आप फरमाइशों की चपाती के साथ चखिए या फिर आश्वासनों के ब्रेड पर लगा कर खाइए...!
वैधानिक चेतावनी: यह व्यंजन दांपत्य जीवन के लिए हानिकारक है...!!!
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