फेसबुक की लीला सब पर बड़ी भारी है
80 साल की बुढियां भी यहाँ कुँवारी है,
चाचा की भी किस्मत बदल जाती है
18 साल की चाची यहाँ मिल जाती है,
लड़के यहाँ लडकियाँ बन जाते है
नकली आईडी से आतंक मचाते है,
कुछ तो इतने पागल हो जाते है
दिन रात ऐड मी ऐड मी चिल्लाते है,
खुद की भी अब में क्या बदनामी करू
हम भी अकसर फेसबुक पर सो जाते है,
घर वाले रोज़ सुबह हमें उठाते है
लात मार कर ऑफिस भगाते है____
80 साल की बुढियां भी यहाँ कुँवारी है,
चाचा की भी किस्मत बदल जाती है
18 साल की चाची यहाँ मिल जाती है,
लड़के यहाँ लडकियाँ बन जाते है
नकली आईडी से आतंक मचाते है,
कुछ तो इतने पागल हो जाते है
दिन रात ऐड मी ऐड मी चिल्लाते है,
खुद की भी अब में क्या बदनामी करू
हम भी अकसर फेसबुक पर सो जाते है,
घर वाले रोज़ सुबह हमें उठाते है
लात मार कर ऑफिस भगाते है____
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